डेनटॉप एक आधुनिक तकनीक पर आधारित कीटनाशक है, जो विभिन्न फसलों में रस चूसक कीटों की रोकथाम के लिये प्रयोग किया जाता है। धान में इसका प्रयोग काले, भूरे एवं सफ़ेद तेले की रोकथाम के लिये किया जाता है। डेनटॉप एक अति-सुरक्षित कीटनाशक है जो फसलों के रस चूसक कीटों से लम्बे समय के लिये सुरक्षा प्रदान करता है।
धान की फसल में काले, भूरे एवं सफ़ेद तेला पत्तों से रस चूस कर पौधों की बढ़वार, गुणवत्ता व उपज को कम करते है।
यह एक विशिष्ट पद्धति के अनुसार कार्य करता है जो इसे अन्य कीटनाशकों के प्रति सहनशीलता विकसित कर चुके रसचूसक कीटों के खिलाफ प्रभावशाली बनाता है।
यह स्वभाव से अन्तर्ग्रवाही है और पतली परत की विपरीत क्रिया (ट्रांस-लेमिनार एक्शन) द्वारा काम करता है, कम खुराक पर बहुत से कीटों को नियंत्रित करने के लिए संपर्क एवं पेट, दोनों द्वारा कार्य करता है और लक्षित कीटों को लंबी अवधि तक नियंत्रित करने की क्षमता देता है।
इसका छिड़काव करते ही, लक्षित कीटों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही शुरू हो जाती है, कीट चूसना व खाना बंद कर देते है और अंडे देने की क्रिया से बचाव होता है, यह व्यस्कों, अर्भकों तथा वृद्धि की बची वाली स्थितियों पर प्रभावशाली है।
विशेष प्रकार की रसायनिक संरचना के कारण हरा तेला, चेपा (एफिड) और मीली बग इत्यादि कीट में डेनटॉप के विरुद्ध प्रतिकार क्षमता पैदा नही होती है।
विशिष्ट कीट प्रक्रिया और चूसक संबंधी कम जहरीलेपन के कारण यह पर्यावरण हितैषी है।
रेन फास्टनैस - स्प्रे के बाद केवल तीन घंटों की वर्षा रहित अवधि चाहिए।
डेनटॉप के उपयोग की मात्रा - डेनटॉप का उपयोग 50 ग्राम प्रति एकड़ प्रति 150 लीटर पानी की दर से कीजिये।
डेनटॉप के उपयोग का समय - धान की फसल में रोपाई के 50 से 80 दिनों के बाद। जब धान की फसल में 2-3 प्रति पौधा तेला दिखाई दे।
डेनटॉप के उपयोग की विधि - डेनटॉप की सिफारिश की हुई मात्रा को 150 लीटर पानी में अच्छी प्रकार से घोल बना लें व अच्छी प्रकार से स्प्रे करें |
डेनटॉप के उपयोग की सावधानियाँ - डेनटॉप का उपयोग तब करें जब कीट की जनसँख्या शुरू ही हुई हो। शाम या सुबह के समय छिड़काव करें।
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सुरक्षा टिप्स:
***इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल संदर्भ के लिए है। उपयोग के लिए पूर्ण विवरण और निर्देशों के लिए हमेशा उत्पाद लेबल और साथ में लीफलेट देखें।