नेचर डीप एक जैविक उत्पाद है तथा इसमें मायकोरायझा नामक फफूंद है, यह फफूंद केले के पौधों की जड़ों पर पनपती है और जडों की कक्षा बढ़ जाती है. इससे केले का पौधा अधिक से अधिक अन्न द्रव्य ले सकता है और उत्पादन बढ जाता है। नेचर डीप का उपयोग आप ड्रेचीग/ड्रीप/खाद के साथ छिट्टा लगाकर कैसे भी कर सकते है।
नेचर डीप के इस्तेमाल से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ती है। इसका मतलब है, नेचर डीप मिट्टी में ह्यूमस बढ़ाता है और मिट्टी के सूक्ष्म जीवों की मात्रा बढ़ाकर मिट्टी में आर्गेनिक कार्बन की मात्रा बढ़ाता है।
नर्सरी मे तंजी से जड़ो और पौधे का विकास करता है।
नये पौधों के जमाव में मदद करता है।
पहले से लगे पौधों में उत्पादन बढ़ाता है।
पानी की कमी के कारण तनाव को कम करता हैं।
क्या आप जानते है? - आप अपने खेत में डीएपी एवं फासफोरस युक्त खाद का भारी मात्रा में उपयोग करते हैं। इस खाद में से 30% से 40% खाद जमीन में ही रह जाती है। नेचर डीप के प्रयोग से यह बची हुई खाद पौधे को उपलब्ध होती है। और खेत भी उपजाऊ रहता है।
नेचरडीप के उपयोग की मात्रा - नेचरडीप की 100 ग्राम मात्रा प्रति 1000 केले के पौधों मे ड्रेंचिग करें।
नेचरडीप के उपयोग का समय -
पहले से लगे हुए पौधों मे नई फूट आने के समय नई/जड़ बनने के समय। नये पौधें लगाते समय पौधों की जड़ों को नेचरडीप से उपचारित करें या
नये पौधों को लगाने के बाद जड़ों के आस -पास छेद बनाकर ड्रेंचिंग करें।
नेचरडीप के उपयोग की सावधानियाँ - नेचरडीप की सिफारिश की हुई मात्रा का उपयोग करें। बेहतर परिणामों के लिए संपूर्ण कवरेज सबसे महत्वपूर्ण है
यदि आपको नेचर डीप खरीदना है तो कृपया संपर्क करें
सुरक्षा टिप्स:
***इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल संदर्भ के लिए है। उपयोग के लिए पूर्ण विवरण और निर्देशों के लिए हमेशा उत्पाद लेबल और साथ में लीफलेट देखें।