देखिए! क्या आपने कभी सोचा है कि जंगल में बिना किसी देखभाल के, कोई खाद दिए बिना ही पौधे कैसे बढ़ते हैं? कैसे इतने बड़े बड़े मजबूत वृक्ष बन जाते हैं?
इसका कारण धरती में पाए जाने वाले सूक्ष्म फंगस हाते हैं। इनमें से एक फंगस है माइकोराइजल । माकोराइजल पौधों को जमीन में उपलब्ध सारे तत्व देता है, सूखे की स्थिति में कुछ सीमा तक पानी भी उपलब्ध करवाता है। माइकोराइजल जमीन में पड़े हुए पोषक तत्व सोखता है, व पौधों की जड़ों तक पहुंचाता है।
नेचर डीप उसी कुदरत का करिश्मा है जो हम आपको एक पैकट में दे रहे हैं। आइए अपनी धरती व अपने पौधों को वापस उसी नेचर में ले चलें जब कोई केमिकल खेती नहीं होती थी, और पर्यावरण को सुरक्षित रखें।
माइकोराइजल को पौधे से कार्बन मिलता है और बदले में वह पौधे के लिए ज़्यादा मात्रा में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पानी की उपलब्धता बढ़ाता है।
शुरुआती अवस्था में पौधे की जड़ों का विकास करता है।
जड़ों का फैलाव करता है।
पौधों के जमाव में मदद करता है।
उत्पादन में वृद्धि करता है।
मात्रा - 200 ग्राम प्रति एकड़
गेहूँ का बीज उपचार - 200 ग्राम नेचर डीप से, एक एकड़ गेहूँ के बीज को उपचारित करें।
बीज उपचार की विधि - एक एकर गेहूं के बीज उपचार के लिए उसे प्लास्टिक शीट/पल्ली पर फैला ले, उसके बाद उसमे नेचरडीप का बुरकाव कर दे और हल्का सा पानी (मिश्रण के लिए) लेकर अच्छे से मिला ले, थोड़ी देर छाया में सूखने के बाद बीजाई कर दे
विशेष - अगर अन्य दवाईयों से भी बीज उपचार कर रहे हो तो, नेचर डीप से बीज उपचार सबसे अंत में करें।
यदि आपको नेचर डीप खरीदना है तो कृपया संपर्क करें
सुरक्षा टिप्स:
***इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल संदर्भ के लिए है। उपयोग के लिए पूर्ण विवरण और निर्देशों के लिए हमेशा उत्पाद लेबल और साथ में लीफलेट देखें।