क्या आपको लगता है कि आपने जितना पैसा लगाया है, उसके अनुरूप आपकी फसल की पैदावार नहीं है?
दिखने वाले प्रभाव और उनके लाभ
मोटी और गहरे हरे रंग की पत्तियां जो लम्बे समय तक हरी-भरी रहती है।
क्लोरोफिल की अधिक मात्रा के कारण पौधों में लम्बे समय तक ऊर्जा उत्पादन होता है जो उपज में वृद्धि करता है।
तने में दो गाठों की दूरी कम करता है, पौधों को अतिरिक्त लम्बाई से रोकता है और शाखाओं में वृद्धि करता है।
अधिक गाँठे और सीमित झाडी नुमा पौधे होने की वजह से अधिक फुल आते है और स्वस्थ क्रियाए आसानी से हो जाती है।
अच्छी तरह से विकसित और प्रभावी जड़ तंत्र होने से भोजन लेने वाली जड़ो की संख्या बढ़ती है।
मिट्टी में डाले गये पोषक तत्व, नमी का शुचारु अवशोषण व उपयोग।
तुलनात्मक ज्यादा, जल्दी फूल।
बार-बार टुडाई वाली फसलों में फुल-फलों के गिरने से होने वाले नुकसान को बचाता है।
एकसमान, ज़ल्दी और बेहतर फल विकास।
पहले की तुलना में आसान और समन्वित कटाई जिसके परिणामस्वरूप बाजार में बेहतर उत्पादन मूल्य।
उपयोग का समय | खुराक प्रति 1 एकड | स्प्रे टैंकों की संख्या | |
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बोवाई के 50-60 दिन बाद या फूल की शुरुवाती अवस्था में | 30 मिली | 10 | |
आपको एक बाल्टी / हांडा / ड्रम, एक मग / लोटा, एक स्प्रे टैंक की आवश्यकता होगी |
प्रक्रिया | |||||
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चरण 1 - बाल्टी में 10 डिब्बे पानी भर लें। |
चरण 2 - 30 मिली विद्युत को नाप कर डालें। |
चरण 3 - विद्यूत को अच्छी तरह से पानी में मिलाए। |
अब आपकी दवाई (विद्यूत) का घोल उपयोग के लिए तैयार है। | चरण 4 - पहले आधा टंकी साफ पानी भर लें और एक डिब्बा दवाई डाल दें फिर टंकी को पूरा भर लें। |
चरण 5 - अब आप स्प्रे कर सकते हैं। |
बाद के 9 छिड़काव टैंकों के लिए चौथे व पांचवें कदम को दोहराएं.
पानी के मगों की संख्या इस बात पर निर्भर करती है कि 1 एकड़ क्षेत्रफल की फसल के लिए कितने छिड़काव टैंकों की ज़रूरत पड़ती है.
विद्युत की मात्रा, छिड़काव किए जाने वाली फसल पर निर्भर करती है.
प्रत्येक छिड़काव टैंक में 5 मिली श्योरशॉट मिलाएं ताकि पत्तियों तथा हरे तने पर ज़्यादा से ज़्यादा फैलाव सुनिश्चित हो जाए, बारिश में न बहने और पत्ती के रोमछिद्रों से अधिक सोखे जाने को सुनिश्चित करे.
सिफारिश की गयी फसल की अवस्था में ही सिफारिश की गई मात्रा का उपयोग करें। कम मात्रा से अनुकूल परिणाम नही मिलते और अधिक मात्रा से फसल पर बुरा प्रभाव पडता है।
यह सुनिश्चित करें कि फसल अत्याधिक तनाव में तो नही है। (कीटों का अधिक हमला, पानी की अधिक कमी)
फसल को अच्छी तरह से और केवल एक वार स्प्रे करें – टंकी के घोल को खत्म करने के लिए उपचारित क्षेत्र में दोबारा स्प्रे न करें।
विद्यूत के उपयोग के समय मिट्टी मे प्रयाप्त नमी होनी चाहिए।
विद्युत के उपयोग के बाद, ज्यादातर, फसल में अन्य किसी पौध वृद्धि उत्तेजक के उपयोग कि जरुरत महसूस नहीं होती।
फसल में सिफारिश की गई पोषक तत्वों की मात्रा का उपयोग अवश्य करना चाहिए।
सुरक्षा टिप्स:
***इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल संदर्भ के लिए है। उपयोग के लिए पूर्ण विवरण और निर्देशों के लिए हमेशा उत्पाद लेबल और साथ में लीफलेट देखें।