दिखने वाले प्रभाव और उनके लाभ
मोटी और गहरे हरे रंग की पत्तियां जो लम्बे समय तक हरी-भरी रहती है।
क्लोरोफिल की अधिक मात्रा के कारण पौधों में लम्बे समय तक ऊर्जा उत्पादन होता है जो उपज में वृद्धि करता है।
तने में दो गाठों की दूरी कम करता है, पौधों को अतिरिक्त लम्बाई से रोकता है और शाखाओं में वृद्धि करता है।
अधिक गाँठे और सीमित झाडी नुमा पौधे होने की वजह से अधिक फुल आते है और स्वस्थ क्रियाए आसानी से हो जाती है।
अच्छी तरह से विकसित और प्रभावी जड़ तंत्र होने से भोजन लेने वाली जड़ो की संख्या बढ़ती है।
मिट्टी में डाले गये पोषक तत्व, नमी का शुचारु अवशोषण व उपयोग।
तुलनात्मक ज्यादा, जल्दी फूल।
बार-बार टुडाई वाली फसलों में फुल-फलों के गिरने से होने वाले नुकसान को बचाता है।
एकसमान, ज़ल्दी और बेहतर फल विकास।
पहले की तुलना में आसान और समन्वित कटाई जिसके परिणामस्वरूप बाजार में बेहतर उत्पादन मूल्य।
ट्रिपल एक्शन : स्पर्श, अंत्रप्रवाही और वाष्पीय।
पत्तों के द्वारा 2 घंटों में सोख लिया जाता है।
फायटोटोनिक प्रभाव के साथ बेहतर उपज और गुणवत्ता।
फफूंदीनाशक, मकड़ीनाशक के साथ फायटोटोनिक प्रभाव।
प्रतिरोधकता की शक्यता कम, किफायती और प्रभावी नियंत्रण।
तुरंत और एक-समान घुलनशील, स्प्रे के समय त्वचा पर कोई जलन नहीं।
उपयोग का समय | खुराक प्रति 1 एकड | स्प्रे टैंकों की संख्या | |
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बोवाई के 35–40 दिन बाद या फूल की शुरुवाती अवस्था में | 30 मिली | 10 | |
आपको एक बाल्टी / हांडा / ड्रम, एक मग / लोटा, एक स्प्रे टैंक की आवश्यकता होगी |
प्रक्रिया | |||||
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चरण 1 - बाल्टी में 10 डिब्बे पानी भर लें। |
चरण 2 - 30 मिली विद्युत को नाप कर डालें। |
चरण 3 - विद्यूत को अच्छी तरह से पानी में मिलाए। |
अब आपकी दवाई (विद्यूत) का घोल उपयोग के लिए तैयार है। | चरण 4 - पहले आधा टंकी साफ पानी भर लें और एक डिब्बा दवाई डाल दें फिर टंकी को पूरा भर लें। |
चरण 5 - अब आप स्प्रे कर सकते हैं। |
और बाद में एक एकड़ में बाकी 9 टंकीयों का और इस्तेमाल करें। लिये जाने वाली पानी के डिब्बों की संख्या, 1 एकड़ फसल क्षेत्र की पूर्ती करने के लिए आवश्यक स्प्रे टैंकों की संख्या पर निर्भर करती है। विभिन्न फसलों में विद्युत की मात्रा विभिन्न हो सकती है। बेहतर परिणामो के लिए प्रति टंकी 5 मिली श्योर शॉट का इस्तेमाल सुनिश्चित करें।
स्वाधीन के उपयोग की मात्रा - सोयाबीन की फसल में स्वाधीन का उपयोग 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से कीजिये।
स्वाधीन के उपयोग का समय - सोयाबीन की फसल में फूल बनने से लेकर फली बनने तक की अवस्था में स्प्रे करें।
स्वाधीन के उपयोग की विधि - स्वाधीन की सिफारिश की हुई मात्रा को 160-200 लीटर पानी प्रति एकड़ में घोल बना कर स्प्रे करें।
स्वाधीन के उपयोग की सावधानियाँ - बेहतर परिणामों के लिए पहले स्वाधीन का घोल तैयार करें, फिर इस घोल में श्योर शॉट को 50-60 मिली प्रति एकड़ के हिसाब से मिलाएं
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सुरक्षा टिप्स: